अष्टक्षरो महा मन्त्रः सर्वाशापरिपूरकः । प्राणत्यागं करिष्यामि यदि नो कथयिष्यसि । नैॠत्यां क्रोधनः पातु उन्मत्तः पातु पश्चिमे । अनेन कवचेनैव रक्षां कृत्वा विचक्षणः।। कार्य पर विजय प्राप्त करने के लिए संसार में इससें बड़ा कोई कवच नही है। महाकालोऽवतु क्षेत्रं श्रियं मे सर्वतो गिरा । There is yet another https://mnobookmarks.com/story16519305/the-5-second-trick-for-bhairav-kavach