इंतिहा ये है कि 'फ़ानी' दर्द अब दिल हो गया तन्हाई में बैठकर दर्द को अपनी क़लम से लिखता हूँ, मुझको मेरी तन्हाई से अब शिकायत नहीं हूं, हमारे टेलीग्राम चैनल से यहाँ क्लिक करके जुड़ें “जिसके लिए तन्हा हूँ वो तन्हा नहीं, जिसे हर दिन याद करूँ वो कभी https://youtu.be/Lug0ffByUck